Saturday, October 27, 2012


रेश्मा ने अपनी खास सहेली सुधा को फोण किया और सारी बातें एक साँस में कह दी।फोण में रेश्मा और सुधा की बातचित कलपना करके लिखें।
सुधा - नमस्ते, मैं सुधा,कौन बोल रहे हैं ?
रेश्मा - मैं रेश्मा ।
सुधा - हाय , रेश्मा तुम ? क्या बात है री.....
रेश्मा - सुधा,अब खुशहाल पूछने का वक्त नहीं है।मैं बड़ी मुसीबत में पड़ गई हुँ।
सुधा - क्या …? मुसीबत में ? घबराओ नहीं।बोलो ।
रेश्मा - मेरी बुआ ….उसे तुम जानती हो न ? वह माँ बनने की इच्छा में अनुष्ठान करवा रही है।घर में महिलाओं की भीड़ जमी है।
सुधा - पुत्र-प्राप्ति के लिए अनुष्ठान …? कौन है वह सिद्ध पुरूष?
रेश्मा - उसे तुम भली-भांति जानती हो ।नागर के वह सादु-बाबा।
सुधा - ओह ! मोहिनी बाबा ! बुआ उसके जाल में फँस गई क्या ?
रेश्मा - हाँ किसी न किसी तरह उनसे बुआ की रक्षा कीजिए।
सुधा - तुम घबराओ मत यार । मैं श्रीकाँत भैया को को अभी भेज रही हुँ।
रेश्मा -अच्छा ,जल्दी भेजना । बाद मैं बुलाऊँ ।...
सुधा - ठीक है।


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